Thursday, August 4

दास्ताँ- इ-प्यार

फिर सुनादो मीठी मीठी सी वोह दास्तान,
दिल मैं जो छिपा है, 
लफ़्ज़ों मैं करलो बयान - १ 

कल एक नयी सी यह दुनिया होगी,
जहाँ मुझसे तुम जी भर के प्यार करोगी, 
होंगे सिर्फ हम, यह शहर,  
और यह खुला आसमान - २

दिल मैं जो छिपा है, 
लफ़्ज़ों मैं करलो बयान,
फिर सुनादो मीठी मीठी सी वोह दास्तान  -३

2 comments:

ana said...

wah kya bat hai ....bahut sundar

Sampad Acharya said...

Thank you :)